बेटे की सुनकर अब माँ बोल उठी बनेगा तू फौजी बोली खुशी खुशी। बेटे की सुनकर अब माँ बोल उठी बनेगा तू फौजी बोली खुशी खुशी।
ऐसा प्रताप तुम्हारा था...! ऐसा प्रताप तुम्हारा था...!
देश के लिए स्वार्थहीन जज़्बे को सलाम सरहद पर लड़ने वाले हर वीर को सलाम...! देश के लिए स्वार्थहीन जज़्बे को सलाम सरहद पर लड़ने वाले हर वीर को सलाम...!
साभार नमन ओ बहादुर जवानों ! नमीत देश सारा है यहाँ इस क्षण...। साभार नमन ओ बहादुर जवानों ! नमीत देश सारा है यहाँ इस क्षण...।
करते हैं सलाम ए बहादुर जवानों ! शुक्रगुज़ार अवाम सारी यहाँ इस वक्त...। करते हैं सलाम ए बहादुर जवानों ! शुक्रगुज़ार अवाम सारी यहाँ इस वक्त...।
जांबाज़ सैनिकों के लिए एक कविता...। जांबाज़ सैनिकों के लिए एक कविता...।